Motivational Shayari by Gulzar
उम्र और ज़िन्दगी में बस फर्क इतना..
जो दोस्तों बिन बीती वो उम्र
और जो दोस्तों संग गुज़री वो ज़िन्दगी
उलझने भी मीठी हो सकती है…
जलेबी इस बात की ज़िंदा मिसाल है
भीड़ काफी हुआ करती थी महफ़िल में मेरी..
फिर मैं “सच” बोलता गया और लोग उठते चले गए
इतना क्यों सिखाये जा रही हो ज़िन्दगी…
हमें कौन सी सदियां गुज़ारनी है यहाँ