Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Love Shayari In Hindi | गुलज़ार शायरी हिंदी में
"मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता, हूँ मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।"
"आइना देख कर तसल्ली हुई, हम को इस घर में जानता है कोई। "
Gulzar Shayari In Hindi | Gulzar Love Shayari In Hindi | गुलज़ार शायरी हिंदी में